कोरोना के चलते अप्रैल में नान स्मार्ट मीटरों की रीडिंग नहीं हो पाई। अधिकांश मीटर रीडर कोरोना पाजिटिव हो गए थे। इसके चलते काम पर असर पड़ा। इससे तकरीबन साढ़े तीन लाख उपभोक्ताओं का मीटर जनरेट नहीं हो पाया। अब उपभोक्ता द्वारा फोन पर बताई गई रीडिंग के आधार पर बिल बनाया जाएगा।
उपभोक्ताओं के मोबाइल पर बिल भेज दिया जाएगा। इसे भी ऑनलाइन जमा कर सकेंगे। नॉन-स्मार्ट मीटर वाले उपभोक्ताओं को अपना बिल बनवाने के लिए क्षेत्र के जेई और अपने उपखंड के एसडीओ के मोबाइल नंबर पर एकाउंट आईडी या कंज्यूमर नंबर, वर्तमान मीटर रीडिंग, पंजीकृत मोबाइल नंबर भेजना होगा । उनको संबंधित जानकारी फोन पर दर्ज करानी होगी।
उसके 15 मिनट बाद संबंधित उपभोक्ता का बिल बनाकर पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस द्वारा भेजा जाएगा। यदि किसी उपभोक्ता को अपना वर्तमान मीटर रीडिंग देखने नहीं आ रहा है तो वह मीटर का पांच मिनट का वीडियो बनाकर जेई और एसडीओ के व्हाट्सएप नंबर पर भेज सकता है।
जेई और एसडीओ वीडियो देखकर उपभोक्ता के वर्तमान रीडिंग से उसका बिल बनाएंगे। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता मनोज अग्रवाल ने बताया कि अप्रैल में नॉन-स्मार्ट मीटर के उपभोक्ताओं की रीडिंग नहीं हो सकी है । इसके लिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।